Monday, January 11, 2010

जब मैं अकेला चलता हूँ

जब मैं अकेला चलता हूँ
तो लोग मेरी मुस्कराहट का राज़ पूछते हैं
तुम्हारे ख्यालों में डूबे मेरे दिल में
बजती धुनों का साज़ पूछते हैं
बेताबियों को पढ़ कर मेरी अक्सर
मुझसे मेरे जज़्बात पूछते हैं
झोका हवा का हूँ मैं , मुझसे
कैसे उठा ये तूफ़ान पूछते हैं !!!

Vivek / Rishi

1 comment:

Thank you for taking time out to comment on this creation. Happy Reading . Please revisit.